tag:blogger.com,1999:blog-5780097175660780516.post921459268386890080..comments2022-11-26T02:07:42.336-08:00Comments on पचमेल...: नमस्कार का जवाब देने में बुराई तो नहींकीर्ति राणाhttp://www.blogger.com/profile/06234677265930273726noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-5780097175660780516.post-59698043461124410832009-05-01T08:21:00.000-07:002009-05-01T08:21:00.000-07:00bilkul sahi baat, saarvjanik jeevan mein rahte hue...bilkul sahi baat, saarvjanik jeevan mein rahte hue kahin na kahin apne andar jhankanaa zaroori ho jata hai, lekin aapki saafgoi kaabiletaarif hai.नीलिमा सुखीजा अरोड़ाhttps://www.blogger.com/profile/14754898614595529685noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5780097175660780516.post-76956168221567890372009-04-26T03:11:00.000-07:002009-04-26T03:11:00.000-07:00राणा साहब आपकी साफगोई कबीले तारीफ है। इंसान की फित...राणा साहब आपकी साफगोई कबीले तारीफ है। इंसान की फितरत है कि न वो अपने भीतर झांकना चाहता है और न ही वो शख्स उसे अच्छा लगता है जो उसको आइना दिखाए। सत्ता के शीर्ष पर बैठे लोग भी यही आचरण करते हैं। यही कारण है सत्ताधीश जमीनी हकीकत को सबसे आखिर में पहचानने वाले लोग होते हैं। जब तक धूल सने पाँव लिए दुश्मन कि फौज किले में दाखिल नही हो गई तब तक दिल्ली का सुलतान यही कहता रहा कि "अस्त दिल्ली दूरस्त" यानि अभी दिल्ली दूर है। अमेरिका और पाकिस्तान तालिबान कि उदारवादी प्रजाति को ढूंढने में लगे हैं। ये तो ऐसा ही है कि हम किसी उग्रपंथी सूफी संत को ढूँढना शुरू करें। काश! सभी लोग ख़ुद को सुधारने के प्रति ईमानदारी से लगे रहें, जैसे कि आप लगे हैं।<br />शुभकामनाओं सहित,<br />आर.के.सुतार,<br />वास्तु सलाहकार,<br />बीकानेर।R K Sutarhttps://www.blogger.com/profile/14299143156219346906noreply@blogger.com